रामायणम् — 2.91.15
Original
Segmented
भरतेन अथ संदिष्टा सम्मर्दो न भवेद् इति समन्तात् तस्य शैलस्य सेना-वासम् अकल्पयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भरतेन | भरत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
संदिष्टा | संदिश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सम्मर्दो | सम्मर्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शैलस्य | शैल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सेना | सेना | pos=n,comp=y |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अकल्पयत् | कल्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |