रामायणम् — 2.90.22
Original
Segmented
अद्य इमम् संयतम् क्रोधम् असत्कारम् च मानद मोक्ष्यामि शत्रु-सैन्येषु कक्षेष्व् इव हुताशनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संयतम् | संयम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
क्रोधम् | क्रोध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
असत्कारम् | असत्कार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
मानद | मानद | pos=a,g=m,c=8,n=s |
मोक्ष्यामि | मुच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
सैन्येषु | सैन्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
कक्षेष्व् | कक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
इव | इव | pos=i |
हुताशनम् | हुताशन | pos=n,g=m,c=2,n=s |