रामायणम् — 2.9.46
Original
Segmented
अथ एतत् उक्त्वा वचनम् सु दारुणम् निधाय सर्व-आभरणानि भामिनी असंवृताम् आस्तरणेन मेदिनीम् तदा अधिशिश्ये पतिता इव किंनरी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
निधाय | निधा | pos=vi |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
आभरणानि | आभरण | pos=n,g=n,c=2,n=p |
भामिनी | भामिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
असंवृताम् | असंवृत | pos=a,g=f,c=2,n=s |
आस्तरणेन | आस्तरण | pos=n,g=n,c=3,n=s |
मेदिनीम् | मेदिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
अधिशिश्ये | अधिशी | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पतिता | पत् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
किंनरी | किंनरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |