रामायणम् — 2.88.11
Original
Segmented
शैल-प्रस्थेषु रम्येषु पश्य इमान् काम-हर्षणान् किंनरान् द्वंद्वशो भद्रे रममाणान् मनस्विनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
प्रस्थेषु | प्रस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
रम्येषु | रम्य | pos=a,g=m,c=7,n=p |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इमान् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
काम | काम | pos=n,comp=y |
हर्षणान् | हर्षण | pos=a,g=m,c=2,n=p |
किंनरान् | किंनर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
द्वंद्वशो | द्वंद्वशस् | pos=i |
भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
रममाणान् | रम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
मनस्विनः | मनस्विन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |