रामायणम् — 2.87.22
Original
Segmented
ते समालोक्य धूम-अग्रम् ऊचुः भरतम् आगताः न अमनुष्ये भवत्य् अग्निः व्यक्तम् अत्र एव राघवौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समालोक्य | समालोकय् | pos=vi |
धूम | धूम | pos=n,comp=y |
अग्रम् | अग्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगताः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
अमनुष्ये | अमनुष्य | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भवत्य् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्यक्तम् | व्यक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
एव | एव | pos=i |
राघवौ | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=d |