रामायणम् — 2.87.16
Original
Segmented
स्यन्दनांस् तुरग-उपेतान् सूत-मुख्यैः अधिष्ठितान् एतान् संपततः शीघ्रम् पश्य शत्रुघ्न कानने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्यन्दनांस् | स्यन्दन | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तुरग | तुरग | pos=n,comp=y |
उपेतान् | उपे | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
सूत | सूत | pos=n,comp=y |
मुख्यैः | मुख्य | pos=a,g=m,c=3,n=p |
अधिष्ठितान् | अधिष्ठा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संपततः | सम्पत् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
शीघ्रम् | शीघ्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शत्रुघ्न | शत्रुघ्न | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कानने | कानन | pos=n,g=n,c=7,n=s |