रामायणम् — 2.84.4
Original
Segmented
वसिष्ठम् अथ दृष्ट्वा एव भरद्वाजो महा-तपाः संचचाल आसनात् तूर्णम् शिष्यान् अर्घ्यम् इति ब्रुवन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वसिष्ठम् | वसिष्ठ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
भरद्वाजो | भरद्वाज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
तपाः | तपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संचचाल | संचल् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आसनात् | आसन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
शिष्यान् | शिष्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अर्घ्यम् | अर्घ्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |