रामायणम् — 2.81.23
Original
Segmented
ततस् त्व् अहम् चोत्तमबाणचापधृक् स्थितो ऽभवम् तत्र स यत्र अतन्द्रिभिः ज्ञातिभिः आत्त-कार्मुकैः महा-इन्द्र-कल्पम् परिपालयंस् तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
त्व् | तु | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
चोत्तमबाणचापधृक् | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्थितो | भू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
ऽभवम् | तत्र | pos=i |
तत्र | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | यत्र | pos=i |
यत्र | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अतन्द्रिभिः | अतन्द्रिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
ज्ञातिभिः | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आत्त | आदा | pos=va,comp=y,f=part |
कार्मुकैः | कार्मुक | pos=n,g=m,c=3,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
कल्पम् | कल्प | pos=a,g=m,c=2,n=s |
परिपालयंस् | परिपालय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |