रामायणम् — 2.80.21
Original
Segmented
आराम-उद्यान-सम्पूर्णाम् समाज-उत्सव-शालिन् सुखिता विचरिष्यन्ति राजधानीम् पितुः मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आराम | आराम | pos=n,comp=y |
उद्यान | उद्यान | pos=n,comp=y |
सम्पूर्णाम् | सम्पृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
समाज | समाज | pos=n,comp=y |
उत्सव | उत्सव | pos=n,comp=y |
शालिन् | शालिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
सुखिता | सुखित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विचरिष्यन्ति | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
राजधानीम् | राजधानी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |