रामायणम् — 2.8.15
Original
Segmented
तस्माज् ज्येष्ठे हि कैकेयि राज्य-तन्त्रानि पार्थिवाः स्थापयन्त्य् अनवद्याङ्गि गुणवत्स्व् इतरेष्व् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माज् | तस्मात् | pos=i |
ज्येष्ठे | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
कैकेयि | कैकेयी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
राज्य | राज्य | pos=n,comp=y |
तन्त्रानि | तन्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
पार्थिवाः | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्थापयन्त्य् | स्थापय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अनवद्याङ्गि | अनवद्याङ्ग | pos=a,g=f,c=8,n=s |
गुणवत्स्व् | गुणवत् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
इतरेष्व् | इतर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |