रामायणम् — 2.8.10
Original
Segmented
सा त्वम् अभ्युदये प्राप्ते वर्तमाने च मन्थरे भविष्यति च कल्याणे किम् अर्थम् परितप्यसे कौसल्यातो ऽतिरिक्तम् च स तु शुश्रूषते हि माम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अभ्युदये | अभ्युदय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्राप्ते | प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
वर्तमाने | वृत् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
मन्थरे | मन्थरा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
च | च | pos=i |
कल्याणे | कल्याण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परितप्यसे | परितप् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कौसल्यातो | कौसल्या | pos=n,g=f,c=5,n=s |
ऽतिरिक्तम् | अतिरिच् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
शुश्रूषते | शुश्रूष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |