रामायणम् — 2.78.1
Original
Segmented
ततो निविष्टाम् ध्वजिनीम् गङ्गाम् अन्वाश्रिताम् नदीम् निषाद-राजः दृष्ट्वा एव ज्ञातीन् संत्वरितो ऽब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
निविष्टाम् | निविश् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
ध्वजिनीम् | ध्वजिनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गङ्गाम् | गङ्गा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अन्वाश्रिताम् | अन्वाश्रि | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
नदीम् | नदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निषाद | निषाद | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
एव | एव | pos=i |
ज्ञातीन् | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=2,n=p |
संत्वरितो | संत्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |