रामायणम् — 2.76.28
Original
Segmented
तूर्णम् समुत्थाय सुमन्त्र गच्छ बलस्य योगाय बल-प्रधानान् आनेतुम् इच्छामि हि तम् वन-स्थम् प्रसाद्य रामम् जगतो हिताय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
समुत्थाय | समुत्था | pos=vi |
सुमन्त्र | सुमन्त्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
बलस्य | बल | pos=n,g=n,c=6,n=s |
योगाय | योग | pos=n,g=m,c=4,n=s |
बल | बल | pos=n,comp=y |
प्रधानान् | प्रधान | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आनेतुम् | आनी | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वन | वन | pos=n,comp=y |
स्थम् | स्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
प्रसाद्य | प्रसादय् | pos=vi |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जगतो | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हिताय | हित | pos=n,g=n,c=4,n=s |