रामायणम् — 2.76.25
Original
Segmented
सज्जम् तु तद् बलम् दृष्ट्वा भरतो गुरु-संनिधौ रथम् मे त्वरयस्व इति सुमन्त्रम् पार्श्वतो ऽब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सज्जम् | सज्ज | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
भरतो | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
संनिधौ | संनिधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वरयस्व | त्वरय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
सुमन्त्रम् | सुमन्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पार्श्वतो | पार्श्वतस् | pos=i |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |