रामायणम् — 2.74.7
Original
Segmented
अवृक्षेषु च देशेषु केचिद् वृक्षान् अरोपयन् केचित् कुठारैः टङ्कैः च दात्रैः छिन्दन् क्वचित् क्वचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवृक्षेषु | अवृक्ष | pos=a,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
देशेषु | देश | pos=n,g=m,c=7,n=p |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वृक्षान् | वृक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अरोपयन् | रोपय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कुठारैः | कुठार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
टङ्कैः | टङ्क | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
दात्रैः | दात्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
छिन्दन् | छिद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |