रामायणम् — 2.72.16
Original
Segmented
तस्या ह्य् आकृष्यमाणाया मन्थरायास् ततस् ततः चित्रम् बहुविधम् भाण्डम् पृथिव्याम् तद् व्यशीर्यत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
आकृष्यमाणाया | आकृष् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
मन्थरायास् | मन्थरा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
ततस् | ततस् | pos=i |
ततः | ततस् | pos=i |
चित्रम् | चित्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
बहुविधम् | बहुविध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भाण्डम् | भाण्ड | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
व्यशीर्यत | विशृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |