रामायणम् — 2.72.13
Original
Segmented
अमन्त्रयत कृत्स्नः च तस्याः सर्व-सखि-जनः यथा अयम् समुपक्रान्तो निःशेषम् नः करिष्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अमन्त्रयत | मन्त्रय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कृत्स्नः | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
सखि | सखी | pos=n,comp=y |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समुपक्रान्तो | समुपक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निःशेषम् | निःशेष | pos=a,g=m,c=2,n=s |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
करिष्यति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |