Original

कृतोदकं ते भरतेन सार्धं नृपाङ्गना मन्त्रिपुरोहिताश्च ।पुरं प्रविश्याश्रुपरीतनेत्रा भूमौ दशाहं व्यनयन्त दुःखम् ॥ २३ ॥

Segmented

कृत-उदकम् ते भरतेन सार्धम् नृप-अङ्गनाः मन्त्रि-पुरोहिताः च पुरम् प्रविश्य अश्रु-परीत-नेत्राः भूमौ दश-अहम् व्यनयन्त दुःखम्

Analysis

Word Lemma Parse
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
उदकम् उदक pos=n,g=m,c=2,n=s
ते तद् pos=n,g=m,c=1,n=p
भरतेन भरत pos=n,g=m,c=3,n=s
सार्धम् सार्धम् pos=i
नृप नृप pos=n,comp=y
अङ्गनाः अङ्गना pos=n,g=f,c=1,n=p
मन्त्रि मन्त्रिन् pos=n,comp=y
पुरोहिताः पुरोहित pos=n,g=m,c=1,n=p
pos=i
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
अश्रु अश्रु pos=n,comp=y
परीत परी pos=va,comp=y,f=part
नेत्राः नेत्र pos=n,g=m,c=1,n=p
भूमौ भूमि pos=n,g=f,c=7,n=s
दश दशन् pos=n,comp=y
अहम् अह pos=n,g=m,c=2,n=s
व्यनयन्त विनी pos=v,p=3,n=p,l=lan
दुःखम् दुःख pos=a,g=n,c=2,n=s