Original

नराधिपकुले जाता महिषी त्वं महीपतेः ।उग्रत्वं राजधर्माणां कथं देवि न बुध्यसे ॥ १९ ॥

Segmented

नराधिप-कुले जाता महिषी त्वम् महीपतेः उग्र-त्वम् राज-धर्माणाम् कथम् देवि न बुध्यसे

Analysis

Word Lemma Parse
नराधिप नराधिप pos=n,comp=y
कुले कुल pos=n,g=n,c=7,n=s
जाता जन् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
महिषी महिषी pos=n,g=f,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
महीपतेः महीपति pos=n,g=m,c=6,n=s
उग्र उग्र pos=a,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
धर्माणाम् धर्म pos=n,g=m,c=6,n=p
कथम् कथम् pos=i
देवि देवी pos=n,g=f,c=8,n=s
pos=i
बुध्यसे बुध् pos=v,p=2,n=s,l=lat