रामायणम् — 2.7.18
Original
Segmented
तव दुःखेन कैकेयि मम दुःखम् महद् भवेत् त्वद्-वृद्धौ मम वृद्धिः च भवेद् अत्र न संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुःखेन | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
कैकेयि | कैकेयी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
वृद्धौ | वृद्धि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वृद्धिः | वृद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अत्र | अत्र | pos=i |
न | न | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |