रामायणम् — 2.7.17
Original
Segmented
सा अस्मि अगाधे भये मग्ना दुःख-शोक-समन्विता दह्यमाना अनलेन इव त्वद्-हित-अर्थम् इह आगता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अगाधे | अगाध | pos=a,g=n,c=7,n=s |
भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मग्ना | मज्ज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
समन्विता | समन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
दह्यमाना | दह् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अनलेन | अनल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
हित | हित | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
आगता | आगम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |