रामायणम् — 2.7.13
Original
Segmented
कैकेयी त्व् अब्रवीत् कुब्जाम् कच्चित् क्षेमम् न मन्थरे विषण्ण-वदनाम् हि त्वाम् लक्षये भृश-दुःखिताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कैकेयी | कैकेयी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्व् | तु | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कुब्जाम् | कुब्ज | pos=a,g=f,c=2,n=s |
कच्चित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्षेमम् | क्षेम | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मन्थरे | मन्थरा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
विषण्ण | विषद् | pos=va,comp=y,f=part |
वदनाम् | वदन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
लक्षये | लक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
दुःखिताम् | दुःखित | pos=a,g=f,c=2,n=s |