रामायणम् — 2.69.34
Original
Segmented
लालप्यमानस्य विचेतनस्य प्रनष्ट-बुद्धेः पतितस्य भूमौ मुहुः मुहुः निःश्वसतः च दीर्घम् सा तस्य शोकेन जगाम रात्रिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लालप्यमानस्य | लालप्य् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
विचेतनस्य | विचेतन | pos=a,g=m,c=6,n=s |
प्रनष्ट | प्रणश् | pos=va,comp=y,f=part |
बुद्धेः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पतितस्य | पत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
मुहुः | मुहुर् | pos=i |
निःश्वसतः | निःश्वस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
दीर्घम् | दीर्घ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शोकेन | शोक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रात्रिः | रात्रि | pos=n,g=f,c=1,n=s |