रामायणम् — 2.68.29
Original
Segmented
संरक्त-नेत्रः शिथिल-अम्बरः तदा विधूत-सर्व-आभरणः परंतपः बभूव भूमौ पतितो नृप-आत्मजः शचीपतेः केतुः इव उत्सव-क्षये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संरक्त | संरञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
नेत्रः | नेत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शिथिल | शिथिल | pos=a,comp=y |
अम्बरः | अम्बर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
विधूत | विधू | pos=va,comp=y,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
आभरणः | आभरण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परंतपः | परंतप | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पतितो | पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शचीपतेः | शचीपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |
केतुः | केतु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उत्सव | उत्सव | pos=n,comp=y |
क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |