Original

राज्याद्भ्रंशस्व कैकेयि नृशंसे दुष्टचारिणि ।परित्यक्ता च धर्मेण मा मृतं रुदती भव ॥ २ ॥

Segmented

राज्याद् भ्रंशस्व कैकेयि नृशंसे दुष्ट-चारिन् परित्यक्ता च धर्मेण मा मृतम् रुदती भव

Analysis

Word Lemma Parse
राज्याद् राज्य pos=n,g=n,c=5,n=s
भ्रंशस्व भ्रंश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
कैकेयि कैकेयी pos=n,g=f,c=8,n=s
नृशंसे नृशंस pos=a,g=f,c=8,n=s
दुष्ट दुष्ट pos=a,comp=y
चारिन् चारिन् pos=a,g=f,c=8,n=s
परित्यक्ता परित्यज् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
धर्मेण धर्म pos=n,g=m,c=3,n=s
मा मा pos=i
मृतम् मृ pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
रुदती रुद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
भव भू pos=v,p=2,n=s,l=lot