रामायणम् — 2.68.12
Original
Segmented
कौसल्याम् धर्म-संयुक्ताम् वियुक्ताम् पाप-निश्चये कृत्वा कम् प्राप्स्यसे त्व् अद्य लोकम् निरय-गामिनी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कौसल्याम् | कौसल्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
संयुक्ताम् | संयुज् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
वियुक्ताम् | वियुज् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
निश्चये | निश्चय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
कम् | क | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्स्यसे | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
त्व् | तु | pos=i |
अद्य | अद्य | pos=i |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निरय | निरय | pos=n,comp=y |
गामिनी | गामिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |