रामायणम् — 2.68.11
Original
Segmented
यद्-प्रधाना असि तत् पापम् मयि पित्रा विनाकृते भ्रातृभ्याम् च परित्यक्ते सर्व-लोकस्य च अप्रिये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यद् | यद् | pos=n,comp=y |
प्रधाना | प्रधान | pos=n,g=f,c=1,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
पित्रा | पितृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विनाकृते | विनाकृत | pos=a,g=m,c=7,n=s |
भ्रातृभ्याम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=d |
च | च | pos=i |
परित्यक्ते | परित्यज् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अप्रिये | अप्रिय | pos=a,g=m,c=7,n=s |