रामायणम् — 2.67.14
Original
Segmented
अथवा मे भवेच् छक्तिः योगैः बुद्धि-बलेन वा स कामाम् न करिष्यामि त्वाम् अहम् पुत्र-गर्धिन् निवर्तयिष्यामि वनाद् भ्रातरम् स्व-जन-प्रियम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथवा | अथवा | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भवेच् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
छक्तिः | शक्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
योगैः | योग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
बलेन | बल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वा | वा | pos=i |
स | स | pos=i |
कामाम् | काम | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
करिष्यामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
गर्धिन् | गर्धिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
निवर्तयिष्यामि | निवर्तय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
वनाद् | वन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |