रामायणम् — 2.66.36
Original
Segmented
तच् छ्रुत्वा भरतस् त्रस्तो भ्रातुः चारित्र-शङ्कया स्वस्य वंशस्य माहात्म्यात् प्रष्टुम् समुपचक्रमे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
छ्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
भरतस् | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्रस्तो | त्रस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
चारित्र | चारित्र | pos=n,comp=y |
शङ्कया | शङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
स्वस्य | स्व | pos=a,g=m,c=6,n=s |
वंशस्य | वंश | pos=n,g=m,c=6,n=s |
माहात्म्यात् | माहात्म्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
प्रष्टुम् | प्रच्छ् | pos=vi |
समुपचक्रमे | समुपक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |