Original

अनुप्राप्तं तु तं दृष्ट्वा कैकेयी प्रोषितं सुतम् ।उत्पपात तदा हृष्टा त्यक्त्वा सौवर्णमानसं ॥ २ ॥

Segmented

अनुप्राप्तम् तु तम् दृष्ट्वा कैकेयी प्रोषितम् सुतम् उत्पपात तदा हृष्टा त्यक्त्वा सौवर्ण-मानसम्

Analysis

Word Lemma Parse
अनुप्राप्तम् अनुप्राप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
तु तु pos=i
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
कैकेयी कैकेयी pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रोषितम् प्रवस् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
सुतम् सुत pos=n,g=m,c=2,n=s
उत्पपात उत्पत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
तदा तदा pos=i
हृष्टा हृष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
त्यक्त्वा त्यज् pos=vi
सौवर्ण सौवर्ण pos=n,comp=y
मानसम् मानस pos=n,g=n,c=2,n=s