Original

आत्मकामा सदा चण्डी क्रोधना प्राज्ञमानिनी ।अरोगा चापि कैकेयी माता मे किमुवाच ह ॥ ९ ॥

Segmented

आत्म-कामा सदा चण्डी क्रोधना प्राज्ञ-मानिनी अरोगा च अपि कैकेयी माता मे किम् उवाच ह

Analysis

Word Lemma Parse
आत्म आत्मन् pos=n,comp=y
कामा काम pos=n,g=f,c=1,n=s
सदा सदा pos=i
चण्डी चण्ड pos=a,g=f,c=1,n=s
क्रोधना क्रोधन pos=a,g=f,c=1,n=s
प्राज्ञ प्राज्ञ pos=a,comp=y
मानिनी मानिन् pos=a,g=f,c=1,n=s
अरोगा अरोग pos=a,g=f,c=1,n=s
pos=i
अपि अपि pos=i
कैकेयी कैकेयी pos=n,g=f,c=1,n=s
माता मातृ pos=n,g=f,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i