रामायणम् — 2.63.7
Original
Segmented
एवम् ब्रुवाणम् सुहृदम् भरतः प्रत्युवाच ह शृणु त्वम् यद्-निमित्तम् मे दैन्यम् एतद् उपागतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
ब्रुवाणम् | ब्रू | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सुहृदम् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भरतः | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,comp=y |
निमित्तम् | निमित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दैन्यम् | दैन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उपागतम् | उपागम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |