रामायणम् — 2.63.6
Original
Segmented
तम् अब्रवीत् प्रिय-सखः भरतम् सखिभिः वृतम् सुहृद्भिः पर्युपासीनः किम् सखे न अनुमोदसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
सखः | सख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भरतम् | भरत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सखिभिः | सखि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वृतम् | वृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सुहृद्भिः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पर्युपासीनः | पर्युपास् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
अनुमोदसे | अनुमुद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |