रामायणम् — 2.6.6
Original
Segmented
तत्र शृण्वन् सुखा वाचः सूत-मागध-बन्दिन् पूर्वाम् संध्याम् उपासीनो जजाप यत-मानसः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
शृण्वन् | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सुखा | सुख | pos=a,g=f,c=2,n=p |
वाचः | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
सूत | सूत | pos=n,comp=y |
मागध | मागध | pos=n,comp=y |
बन्दिन् | बन्दिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पूर्वाम् | पूर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
संध्याम् | संध्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपासीनो | उपास् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जजाप | जप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यत | यम् | pos=va,comp=y,f=part |
मानसः | मानस | pos=n,g=m,c=1,n=s |