रामायणम् — 2.59.8
Original
Segmented
ततः प्रचुक्रुशुः दीनाः स स्वरम् ता वर-अङ्गनाः करेणव इव अरण्ये स्थान-प्रच्यु-यूथप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
प्रचुक्रुशुः | प्रक्रुश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
दीनाः | दीन | pos=a,g=f,c=1,n=p |
स | स | pos=i |
स्वरम् | स्वर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ता | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
वर | वर | pos=a,comp=y |
अङ्गनाः | अङ्गना | pos=n,g=f,c=1,n=p |
करेणव | करेणु | pos=n,g=f,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
अरण्ये | अरण्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्थान | स्थान | pos=n,comp=y |
प्रच्यु | प्रच्यु | pos=va,comp=y,f=part |
यूथप | यूथप | pos=n,g=f,c=1,n=p |