रामायणम् — 2.58.38
Original
Segmented
गो सहस्र-प्रदातृ या या गुरु-भृताम् अपि देह-न्यास-कृताम् या च ताम् गतिम् गच्छ पुत्रक न हि त्व् अस्मिन् कुले जातो गच्छत्य् अकुशलाम् गतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गो | गो | pos=i |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
प्रदातृ | प्रदातृ | pos=a,g=m,c=6,n=p |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
भृताम् | भृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
देह | देह | pos=n,comp=y |
न्यास | न्यास | pos=n,comp=y |
कृताम् | कृत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पुत्रक | पुत्रक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
त्व् | तु | pos=i |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जातो | जन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गच्छत्य् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अकुशलाम् | अकुशल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |