रामायणम् — 2.58.3
Original
Segmented
तत्र अहम् दुर्बलाव् अन्धौ वृद्धाव् अपरिणायकौ अपश्यम् तस्य पितरौ लून-पक्षौ इव द्विजौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दुर्बलाव् | दुर्बल | pos=a,g=m,c=2,n=d |
अन्धौ | अन्ध | pos=a,g=m,c=2,n=d |
वृद्धाव् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=d |
अपरिणायकौ | अपरिणायक | pos=a,g=m,c=2,n=d |
अपश्यम् | पश् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पितरौ | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=d |
लून | लू | pos=va,comp=y,f=part |
पक्षौ | पक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=d |
इव | इव | pos=i |
द्विजौ | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=d |