Original

रुधिरेणावसिताङ्गं प्रकीर्णाजिनवाससं ।शयानं भुवि निःसंज्ञं धर्मराजवशं गतम् ॥ २३ ॥

Segmented

रुधिरेण अवसित-अङ्गम् प्रकीर्ण-अजिन-वाससम् शयानम् भुवि निःसंज्ञम् धर्मराज-वशम् गतम्

Analysis

Word Lemma Parse
रुधिरेण रुधिर pos=n,g=n,c=3,n=s
अवसित अवसित pos=a,comp=y
अङ्गम् अङ्ग pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रकीर्ण प्रक्￞ pos=va,comp=y,f=part
अजिन अजिन pos=n,comp=y
वाससम् वासस् pos=n,g=m,c=2,n=s
शयानम् शी pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
भुवि भू pos=n,g=f,c=7,n=s
निःसंज्ञम् निःसंज्ञ pos=a,g=m,c=2,n=s
धर्मराज धर्मराज pos=n,comp=y
वशम् वश pos=n,g=m,c=2,n=s
गतम् गम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part