रामायणम् — 2.58.13
Original
Segmented
तत्र श्रुतो मया शब्दो जले कुम्भस्य पूर्यतः द्विपो ऽयम् इति मत्वा हि बाणेन अभिहतः मया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
श्रुतो | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
शब्दो | शब्द | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जले | जल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कुम्भस्य | कुम्भ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पूर्यतः | पृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
द्विपो | द्विप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
मत्वा | मन् | pos=vi |
हि | हि | pos=i |
बाणेन | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अभिहतः | अभिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |