Original

गुरु लाघवमर्थानामारम्भे कर्मणां फलम् ।दोषं वा यो न जानाति स बाल इति होच्यते ॥ ५ ॥

Segmented

गुरुलाघवम् अर्थानाम् आरम्भे कर्मणाम् फलम् दोषम् वा यो न जानाति स बाल इति ह उच्यते

Analysis

Word Lemma Parse
गुरुलाघवम् गुरुलाघव pos=n,g=n,c=2,n=s
अर्थानाम् अर्थ pos=n,g=m,c=6,n=p
आरम्भे आरम्भ pos=n,g=m,c=7,n=s
कर्मणाम् कर्मन् pos=n,g=n,c=6,n=p
फलम् फल pos=n,g=n,c=2,n=s
दोषम् दोष pos=n,g=m,c=2,n=s
वा वा pos=i
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
जानाति ज्ञा pos=v,p=3,n=s,l=lat
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
बाल बाल pos=n,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
pos=i
उच्यते वच् pos=v,p=3,n=s,l=lat