रामायणम् — 2.57.31
Original
Segmented
तौ नूनम् दुर्बलाव् अन्धौ मद्-प्रतीक्षौ पिपासितौ चिरम् आशाकृताम् तृष्णाम् कष्टाम् संधारयिष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
नूनम् | नूनम् | pos=i |
दुर्बलाव् | दुर्बल | pos=a,g=m,c=1,n=d |
अन्धौ | अन्ध | pos=a,g=m,c=1,n=d |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
प्रतीक्षौ | प्रतीक्ष | pos=a,g=m,c=1,n=d |
पिपासितौ | पिपासित | pos=a,g=m,c=1,n=d |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
आशाकृताम् | आशाकृत | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तृष्णाम् | तृष्णा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कष्टाम् | कष्ट | pos=a,g=f,c=2,n=s |
संधारयिष्यतः | संधारय् | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |