रामायणम् — 2.57.21
Original
Segmented
जटा-भार-धरस्य एव वल्कल-अजिन-वासस् को वधेन मे अर्थी स्यात् किम् वा अस्य अपकृतम् मया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जटा | जटा | pos=n,comp=y |
भार | भार | pos=n,comp=y |
धरस्य | धर | pos=a,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
वल्कल | वल्कल | pos=n,comp=y |
अजिन | अजिन | pos=n,comp=y |
वासस् | वासस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वधेन | वध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपकृतम् | अपकृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |