रामायणम् — 2.57.18
Original
Segmented
तत्र वाग् उषसि व्यक्ता प्रादुरासीद् वनौकसः हा हा इति पततस् तोये वाग् अभूत् तत्र मानुषी कथम् अस्मद्विधे शस्त्रम् निपतेत् तु तपस्विनि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उषसि | उषस् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
व्यक्ता | व्यक्त | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्रादुरासीद् | प्रादुरस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वनौकसः | वनौकस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हा | हा | pos=i |
हा | हा | pos=i |
इति | इति | pos=i |
पततस् | पत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
तोये | तोय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
तत्र | तत्र | pos=i |
मानुषी | मानुष | pos=a,g=f,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
अस्मद्विधे | अस्मद्विध | pos=a,g=m,c=7,n=s |
शस्त्रम् | शस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निपतेत् | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तु | तु | pos=i |
तपस्विनि | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |