रामायणम् — 2.56.4
Original
Segmented
प्रसादये त्वाम् कौसल्ये रचितो ऽयम् मया अञ्जलिः वत्सला च अनृशंसा च त्वम् हि नित्यम् परेष्व् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रसादये | प्रसादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
कौसल्ये | कौसल्या | pos=n,g=f,c=8,n=s |
रचितो | रचय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अञ्जलिः | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वत्सला | वत्सल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अनृशंसा | अनृशंस | pos=a,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
परेष्व् | पर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |