Original

विजनेऽपि वने सीता वासं प्राप्य गृहेष्विव ।विस्रम्भं लभतेऽभीता रामे संन्यस्त मानसा ॥ ७ ॥

Segmented

विजने ऽपि वने सीता वासम् प्राप्य गृहेष्व् इव विस्रम्भम् लभते ऽभीता रामे संन्यस्त-मानसा

Analysis

Word Lemma Parse
विजने विजन pos=a,g=n,c=7,n=s
ऽपि अपि pos=i
वने वन pos=n,g=n,c=7,n=s
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
वासम् वास pos=n,g=m,c=2,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
गृहेष्व् गृह pos=n,g=m,c=7,n=p
इव इव pos=i
विस्रम्भम् विस्रम्भ pos=n,g=m,c=2,n=s
लभते लभ् pos=v,p=3,n=s,l=lat
ऽभीता अभीत pos=a,g=f,c=1,n=s
रामे राम pos=n,g=m,c=7,n=s
संन्यस्त संन्यस् pos=va,comp=y,f=part
मानसा मानस pos=n,g=f,c=1,n=s