रामायणम् — 2.54.2
Original
Segmented
नय माम् यत्र काकुत्स्थः सीता यत्र च लक्ष्मणः तान् विना क्षणम् अप्य् अत्र जीवितुम् न उत्सहे ह्य् अहम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नय | नी | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
काकुत्स्थः | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
लक्ष्मणः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विना | विना | pos=i |
क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
जीवितुम् | जीव् | pos=vi |
न | न | pos=i |
उत्सहे | उत्सह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ह्य् | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |