रामायणम् — 2.54.1
Original
Segmented
ततो भूत-उपसृष्टा इव वेपमाना पुनः पुनः धरण्याम् गत-सत्त्वा इव कौसल्या सूतम् अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
भूत | भूत | pos=n,comp=y |
उपसृष्टा | उपसृज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
वेपमाना | विप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
धरण्याम् | धरणी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
सत्त्वा | सत्त्व | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
कौसल्या | कौसल्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सूतम् | सूत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |