रामायणम् — 2.53.12
Original
Segmented
अप्रहृष्ट-मनुष्या च दीन-नाग-तुरंगमा आर्त-स्वर-परिम्लाना विनिःश्वस्-निःस्वना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अप्रहृष्ट | अप्रहृष्ट | pos=a,comp=y |
मनुष्या | मनुष्य | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
तुरंगमा | तुरंगम | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आर्त | आर्त | pos=a,comp=y |
स्वर | स्वर | pos=n,comp=y |
परिम्लाना | परिम्ला | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
विनिःश्वस् | विनिःश्वस् | pos=va,comp=y,f=part |
निःस्वना | निःस्वन | pos=a,g=f,c=1,n=s |