Original

अप्रहृष्टमनुष्या च दीननागतुरंगमा ।आर्तस्वरपरिम्लाना विनिःश्वसितनिःस्वना ॥ १२ ॥

Segmented

अप्रहृष्ट-मनुष्या च दीन-नाग-तुरंगमा आर्त-स्वर-परिम्लाना विनिःश्वस्-निःस्वना

Analysis

Word Lemma Parse
अप्रहृष्ट अप्रहृष्ट pos=a,comp=y
मनुष्या मनुष्य pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
दीन दीन pos=a,comp=y
नाग नाग pos=n,comp=y
तुरंगमा तुरंगम pos=n,g=f,c=1,n=s
आर्त आर्त pos=a,comp=y
स्वर स्वर pos=n,comp=y
परिम्लाना परिम्ला pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
विनिःश्वस् विनिःश्वस् pos=va,comp=y,f=part
निःस्वना निःस्वन pos=a,g=f,c=1,n=s