Original

मम त्वश्वा निवृत्तस्य न प्रावर्तन्त वर्त्मनि ।उष्णमश्रु विमुञ्चन्तो रामे संप्रस्थिते वनम् ॥ १ ॥

Segmented

मम त्व् अश्वा निवृत्तस्य न प्रावर्तन्त वर्त्मनि उष्णम् अश्रु विमुञ्चन्तो रामे सम्प्रस्थिते वनम्

Analysis

Word Lemma Parse
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
त्व् तु pos=i
अश्वा अश्व pos=n,g=m,c=1,n=p
निवृत्तस्य निवृत् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
pos=i
प्रावर्तन्त प्रवृत् pos=v,p=3,n=p,l=lan
वर्त्मनि वर्त्मन् pos=n,g=n,c=7,n=s
उष्णम् उष्ण pos=a,g=n,c=2,n=s
अश्रु अश्रु pos=n,g=n,c=2,n=s
विमुञ्चन्तो विमुच् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
रामे राम pos=n,g=m,c=7,n=s
सम्प्रस्थिते सम्प्रस्था pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s