रामायणम् — 2.52.22
Original
Segmented
सर्व-लोक-प्रियम् त्यक्त्वा सर्व-लोक-हिते रतम् सर्व-लोकः ऽनुरज्येत कथम् त्वा अनेन कर्मणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
हिते | हित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रतम् | रम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुरज्येत | अनुरञ्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कथम् | कथम् | pos=i |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |